महराजगंज में संरक्षण अधिकारी की सेवा समाप्त, मासूम बच्ची की मौत के मामले में हुई कार्रवाई
- नौतनवा क्षेत्र के बगहा रेलवे अंडरपास के समीप टीन शेड में अकेले रहते थे तीन मासूम बच्चे
- दो माह पहले रहस्यमय ढंग से तीन बच्चों को बेसहारा छोड़ लापता हो चुके हैं मां बाप
- कुछ दिन से बीमार चल रही थी तीन साल की बच्ची, जिम्मेदारों को फोन कर चुके थे ग्रामीण
महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:- नौतनवा क्षेत्र के बगहा रेलवे अंडरपास के पास टीन शेड में तीन साल की मासूम बच्ची की मौत के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है जिसके तहत संरक्षण अधिकारी जकी अहमद की सेवा समाप्त कर दी गई है। बताया जा रहा है कि मासूम बच्ची के बारे में सूचना मिलने के बाद संरक्षण अधिकारी मौके पर नही पहुंचे। प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया। इस घटना ने जिले को झकझोर दिया है। नौतनवा क्षेत्र के जोगियाबारी स्थित शमशान घाट के समीप एक मंदिर में मासूम बच्ची अपने माता पिता व कुल सात भाई बहनों के साथ रहती थी। बड़ी बहन की शादी हो चुकी है। एक भाई नौतनवा में कूड़ा बटोरने का काम करता है। दो भाई लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ कर कहीं चले गए। उसमें से एक भाई कन्नौज के चाइल्ड लाइन में रहता है। दो माह पहले पत्नी तीन बच्चों को छोड़ कहीं चली गई,पिता भी रहस्यमय ढंग से लापता हो गया। माता पिता के गायब होने के बाद तीन साल की बच्ची अपनी आठ साल की बड़ी बहन व पांच साल के भाई के साथ श्मशान घाट के मंदिर से एक किमी दूर बगहा रेलवे अंडरपास के पास खाली पड़े टीन शेड में रहने लगी। तीनों मासूम बच्चे दिन भर खेलते थे। सुबह शाम ग्रामीण बच्चों को भोजन दे जाया करते थे। एक सप्ताह पहले बच्ची बीमार हो गई। ग्रामीणों के इसकी जानकारी होने के बाद जिम्मेदारों को फोन किया। संरक्षण अधिकारी जकी अहमद तक भी मामला पहुंचा। बताया जा रहा है कि जकी अहमद ने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया। बाद में मौके पर जाने की बात कह कर टाल दी जिसके बाद टीन शेड में ही बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद हड़कंप मच गया। पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजी। चाइल्ड लाइन की टीम भी पहुंची। मृतक बच्ची के दोनों मासूम भाई बहन को वन स्टॉप सेंटर ले गई। इस मामले में प्रोवेशन विभाग ने संरक्षण अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा था। संतोषजनक जवाब नही मिलने पर बुधवार को जिलाधिकारी के दिशा निर्देश के बाद संरक्षण अधिकारी जकी अहमद की सेवा समाप्ति की कार्रवाई की गई। जिला प्रोबेशन अधिकारी शांत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर संरक्षण अधिकारी की सेवा समाप्त कर दी गई है।
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